आप देख सकते हैं इस पोस्ट पर यह पूछते हुए कि
शोक आते ही,संपन्न कराया माँ का नेत्रदान
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शोक आते ही,संपन्न कराया माँ का नेत्रदान
2. पिता के 11 साल बाद,आज माँ का भी नेत्रदान
शाइन इंडिया के अनवरत जागरूकता अभियान से अब संभाग में कहीं पर भी किसी ...
1 comments:
भाई जान मेहनत से सब कुछ संभव है और भाई अनवर डोक्टर साहब जो महनत कर रहे हैं उससे कोई भी कामयाबी असम्ब्भव हो ही नहीं सकती इंशा अल्लाह कामयाब ही होंगे .अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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