लेखकOct 01, 2013 11:52 AMसभी पोस्ट देखें
स्वयंभू मनु पहले मनुष्य हैं। सारी धरती पर बसने वाले मनुष्य उसी एक पिता की सन्तान हैं। उस पिता को मनु कहा जाता है। मनुष्य शब्द में मनु जी का नाम समाहित है। उनका नाम न आए तो मनुष्य अपनी पहचान भी न जान पाए। अंग्रज़ी में मनुष्य को मैन कहा जाता है। इसमें भी मनु केआगे पढ़ें...23 कॉमेंट
कोटा के कुन्हाड़ी जैन मंदिर में श्रुत संवेगी महाश्रमण 108 जैन मुनि श्री
आदित्य सागर जी महाराज के सानिध्य में
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जयपुर, 8 नवम्बर —
विगत वर्ष 14 नवम्बर को कोटा के कुन्हाड़ी जैन मंदिर में श्रुत संवेगी महाश्रमण
108 जैन मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज के सानिध्य में स्थ...







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